क्या रक्खा यार मुहब्बत में |
दिल जाता हार मुहब्बत में ||
होकर बेकार मुहब्बत में |
छोड़ा संसार मुहब्बत में ||
कर भ्रष्टाचार मुहब्बत में |
बेबस सरकार मुहब्बत में ||
बन कर ग़द्दार मुहब्बत में |
कर बंटाधार मुहब्बत में ||
पहले था प्यार मुहब्बत में |
अब कारोबार मुहब्बत में ||
जायज़ नाजायज़ बात उसकी |
मानी हर बार मुहब्बत में ||
बच्चा नालायक पढने में |
पर है हुशियार मुहब्बत में ||
याद आये दूध छटी का तब |
पड़ती जब मार मुहब्बत में ||
चारागर क्या करता कोई |
वो है बीमार मुहब्बत में ||
बूढ़े हाथों में ख़िज़ाब आया |
जब टपकी लार मुहब्बत में ||
दिलबर की देखिये नादानी |
वो मांगे कार मुहब्बत में ||
फिर दर पे उसके जा धमके |
हम हैं लाचार मुहब्बत में ||
हमने अब तक न सुना कोई |
उतरा है पार मुहब्बत में ||
क्या देखा है तुमने कोई ?
हमसा दिलदार मुहब्बत में ||
डा० सुरेन्द्र सैनी