क़ब्र के मुर्दे का हाल क्या करोगे पूछ कर ।
है ये बेहूदा सवाल क्या करोगे पूछ कर ।।
सर मुंडाया औ र ओले पड़ गए सो पड़ गए ।
अब कहाँ सर के वो बाल क्या करोगे पूछ कर ।।
साठ की दुलहन छबीली और दुल्हा बीस का ।
ये हुआ कैसे कमाल क्या करोगे पूछ कर ।।
चौखटा बिगड़ा हुआ है शक्ल पे बारह बजे ।
ये बनाया किसने हाल क्या करोगे पूछ कर ।।
जिस गली से भी मैं गुज़रा उस गली में ही पिटा ।
इसमें थी किस -किस की चाल क्या करोगे पूछ कर ।।
एक मुझको छोड़ कर ही थे वहां सारे रकीब ।
क्यों बटी जूतों में दाल क्या करोगे पूछ कर ।।
उसकी औलादें पुकारे जिसको अब मामू मियाँ ।
आप उसका हाल-चाल क्या करोगे पूछ कर ।।
है पुराने दौर की जो इश्क़ की बासी कढी ।
ले रही कैसे उबाल क्या करोगे पूछ कर ।।
आशिक़ी में पिट रहे जो उनकी हालत देख कर ।
मैं हुआ क्यों कर निढ़ाल क्या करोगे पूछ कर ।।
इक फ्लाइंग किस लिया था मह्ज़ इतनी बात थी ।
फिर मचा कितना बवाल क्या करोगे पूछ कर ।।
इश्क़ तो तुमने किया तो मार भी भुगतो तुम्ही ।
इसमें 'सैनी ' का ख़याल क्या करोगे पूछ कर ।।
डाo सुरेन्द्र सैनी
है ये बेहूदा सवाल क्या करोगे पूछ कर ।।
सर मुंडाया औ र ओले पड़ गए सो पड़ गए ।
अब कहाँ सर के वो बाल क्या करोगे पूछ कर ।।
साठ की दुलहन छबीली और दुल्हा बीस का ।
ये हुआ कैसे कमाल क्या करोगे पूछ कर ।।
चौखटा बिगड़ा हुआ है शक्ल पे बारह बजे ।
ये बनाया किसने हाल क्या करोगे पूछ कर ।।
जिस गली से भी मैं गुज़रा उस गली में ही पिटा ।
इसमें थी किस -किस की चाल क्या करोगे पूछ कर ।।
एक मुझको छोड़ कर ही थे वहां सारे रकीब ।
क्यों बटी जूतों में दाल क्या करोगे पूछ कर ।।
उसकी औलादें पुकारे जिसको अब मामू मियाँ ।
आप उसका हाल-चाल क्या करोगे पूछ कर ।।
है पुराने दौर की जो इश्क़ की बासी कढी ।
ले रही कैसे उबाल क्या करोगे पूछ कर ।।
आशिक़ी में पिट रहे जो उनकी हालत देख कर ।
मैं हुआ क्यों कर निढ़ाल क्या करोगे पूछ कर ।।
इक फ्लाइंग किस लिया था मह्ज़ इतनी बात थी ।
फिर मचा कितना बवाल क्या करोगे पूछ कर ।।
इश्क़ तो तुमने किया तो मार भी भुगतो तुम्ही ।
इसमें 'सैनी ' का ख़याल क्या करोगे पूछ कर ।।
डाo सुरेन्द्र सैनी