कम्प्यूटरी डिजाइन मोडल परख नली (टेस्ट ट्यूब )के |
हम चमचें ख़ानदानी इक्कीसवी सदी के ||
चमचें अगर न होते दुन्या में आदमी के |
ये पावँ टिक न पाते कट जाते वो कभी के ||
परदादा थे हमारे जयचंद के पडौसी |
ननसाल थी हमारी पीहर में द्रोपदी के ||
बिन बात रोना धोना पैरों में गिडगिडाना |
जिसकी भी हो हुकूमत हम साथ में उसी के ||
आका कहे जो दिन है हम रात क्यों बतायें |
करवा सकें जो चमचें बस में न है ख़ुदी के ||
चांदी के चंद सिक्कों में बेच दें वतन को |
मिलते हैं दुश्मनों से जब हाथ दोस्ती के ||
चमचों से मात खाई हुशियार आदमी ने |
चमचें तो होते ख़ुद के होते न ये किसी के ||
डा० सुरेन्द्र सैनी
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